उत्तर प्रदेश के हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है. कोर्ट में याचिका दायर कर मांग की गई है कि सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में इस घटना की जांच करवाई जाए. शीर्ष अदालत में शुक्रवार यानी आज इस याचिका पर जल्द सुनवाई की मांग को लेकर मेंशन किया गया. अदालत ने कहा कि इस पुरे मामले में मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ को अवगत करवाया जाए।
दरअसल अदालत के निर्देश के बाद याचिकाकर्ता ने मुख्य न्यायाधीश को भी जल्द सुनवाई की मांग को लेकर मेल भेज दिया है. इस मेल में मांग की गई है, सुप्रीम कोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में पांच सदस्यों वाली कमिटी का गठन किया जाए, जो हाथरस हादसे की पूरी निष्पक्ष जांच करे. भविष्य में इस तरह की सार्वजनिक सभाओं और बड़ी संख्या में लोगों के इकट्ठा होने वाले कार्यक्रमों में ऐसी दुर्घटना से बचने के लिए गाइडलाइंस बनाने के लिए मुख्य न्यायाधीश से निर्देश देने की मांग की गई है.
आयोजकों और अधिकारियों पर लापरवाही बरतने पर एक्शन की मांग
आपको बता दें मुख्य न्यायाधीश को भेजे गए मेल में कहा गया है कि उत्तर प्रदेश सरकार को हाथरस हादसे पर स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया जाए. उन सभी व्यक्तियों और अधिकारियों पर कानूनी कार्रवाई की जाए, जिन्होंने इस पर लापरवाही बरती है. याचिका में यह भी कहा गया है कि भविष्य में भी इस तरीके के आयोजनों में इस तरह की घटना ना घटे इसको लेकर भी नियम बनाया जाए. ऐसे नियम बनाने के लिए राज्य सरकार को निर्देश देने की मांग भी याचिका में की गई है.
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