उत्तर प्रदेश सरकार ने बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में डिजिटल अटेंडेंस की व्यवस्था शुरू की है। सोमवार यानी आज से शुरू हुई डिजिटल अटेंडेंस की व्यवस्था पर मिलीजुली प्रतिक्रिया सामने आई है । कुछ जगह शिक्षकों ने डिजिटल उपस्थिति दर्ज करा दी तो काफी जगहों परशिक्षकों ने आम दिन की तरह ही रजिस्टर पर हस्ताक्षर किए। इसके बाद कई जगहों पर शिक्षकों ने बच्चों को पढ़ाना शुरू कर दिया तो कुछ जगह इसका विरोध-प्रदर्शन भी हुआ। कुछ शिक्षक संगठन इसके पक्ष में हैं तो वहीं कुछ इसके खिलाफ हैं।
नगर क्षेत्र के अम्बेडकर नगर विद्यालय में सुबह 7.38 पर शिक्षिकाएं विद्यालय तो पहुंची पर डिजिटल अटेंडेंस के बजाय उन्होंने रजिस्टर पर ही हस्ताक्षर किया। डिजिटल अटेंडेंस के विरोध में उनका कहना था कि शिक्षक संगठन का यह फैसला है इसलिए वह रजिस्टर पर ही अटेंडेंस दर्ज कराएंगी।
लेकिन सॉफ्टवेयर की दिक्कत से भी फंसा पेच
उधर, कुछ शिक्षक संघों ने इस योजना की तारीफ की है और कहा है कि इसका लाभ सभी को मिलेगा। उनका कहना है कि इससे अध्यापक भी समय से स्कूल पहुंचेंगे तो शिक्षा का स्तर पर भी सुधरेगा। लेकिन कुछ जगहों पर दिक्कतें भी सामने आई हैं। जैसे सॉफ्टवेयर सही से काम नहीं करने के कारण कई स्कूलों में टीचर चाहकर भी डिजिटल अटेंडेंस नहीं लगा पाए। हालांकि अधिकारियों का कहना है कि अभी तो शुरुआत हुई है जल्द ही सभी समस्याएं दूर कर ली जाएंगी।
टैबलेट में डाला गया सिम पर शिक्षक के नंबर से चल रहा है ऐप
प्राथमिक शिक्षक संघ के जिला मंत्री वीरेंद्र सिंह ने बताया कि विभाग ने बगैर तैयारी के ही नई व्यवस्था लागू कर दी है। विभाग की ओर से उपस्थिति दर्ज कराने के लिए सिम और टैबलेट दिए गए हैं। इसके बाद शिक्षकों ने अपने मोबाइल पर मौजूद प्रेरणा एप हटाकर टैबलेट में डाउनलोड कर लिया। अभी तक प्रेरणा एप शिक्षकों के मोबाइल से चल रहा था। नंबर बदलने से एप नहीं चल पा रहा है। इसके अलावा इंटरनेट समेत कई अन्य समस्याएं भी हैं।
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