उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुई भगदड़ के बाद अब जांच एजेंसियां पुरे मामले की जांच में जुटी हुई हैं। इस पुरे घटनाक्रम का अभी तक कोई भी वीडियो फुटेज सामने नहीं आया है। इसके कुछ ऐसे ही वीडियो सामने आ रहे हैं, जिसमें GT रोड पर वाहनों में सवार होकर जाते कुछ लोग नज़र आ रहे हैं। इसके अलावा कोई और चश्मदीद वीडियो सामने नहीं आया है। एक वीडियो ऐसा जरूर सामने आया है, जिसमें बाबा का काफिला भीड़ से होकर तेजी से निकला है और उनके बाइक सवार सिक्योरिटी गार्ड भी पीछे जा रहे हैं।
फिर भगदड़ में मौतों का कोई भी वीडियो नहीं है। आपको बता दें इस सबके पीछे का मूल कारण यही है कि बाबा के सत्संग में लोगों को मोबाइल-कैमरा ले जाने की मंजूरी नहीं होती थी। इसके पीछे का कारण है कि कहीं लोग किसी भी हरकत या गतिविधि को कैमरे में कैद न कर लें। इसी वजह से पुलिस-प्रशासन को भी अंदर जाने की मंजूरी नहीं होती थी।
पुलिस भी न बना सकी वीडियो
दरअसल भगदड़ की ये घटना आयोजन स्थल के बाहर GT रोड पर हुई। GT रोड पर यातायात प्रबंधन में पुलिस मुस्तैद थी। मगर वह भी इतनी दूर थी कि भगदड़ के दौरान के कोई वीडियो नहीं बना सकी। जो शायद हादसे का साक्ष्य बनते।
हाथरस हादसे के गवाह ने किया बड़ा दावा
सूरजपाल व भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ में हुई 121 मौतों के मामले की जांच कर रहे न्यायिक आयोग की तीन सदस्यीय जांच टीम ने वहां के स्थानीय लोगों और हादसे के गवाह के बयान दर्ज किए। अभी तक कुल 30 -35 लोगों ने बयान दर्ज कराए। एक गवाह ने बताया कि बाबा ने कहा था कि सत्संग के बाद चरण रज कर जाना। इसी कारण लोग एक-दूसरे पर गिर गए और भगदड़ मच गई।
आपको बता दें पीडब्ल्यूडी गेस्ट हाउस में रविवार को आयोग के सामने बयान में हाथरस के देव चौधरी ने बताया कि एटा से आते समय भगदड़ देखी तो रुक गए। महिलाएं जोर-जोर से रो रही थीं। करीब 20 शवों को हमने उठाकर वाहनों में रखवाया। वहां बाबा की कोई सुरक्षा व्यवस्था, सेवादार नहीं थे। चौधरी के अनुसार, सत्संग में आए लोगों ने उन्हें बताया कि बाबा ने प्रवचन के बाद कहा था कि चरण रज लेकर जाएं। रज लेने की होड़ में लोग पैरों के नीचे आते गए। अगर बाबा माइक से रुकने को कहते, तो हादसा इतना बड़ा न होता। कई अन्य चश्मदीदों ने भी ऐसे ही आरोप लगाए।
आयोग ने लोगों से घटना की शुरुआत, मरीजों व शवों के पहुंचने पर अस्पताल में मिली सुविधा और प्रशासन व पुलिस की भूमिका जैसे सवाल पूछे। अध्यक्ष जस्टिस बीके श्रीवास्तव ने कहा, स्थानीय लोगों और गवाहों को सबूत व बयान पेश करने के लिए सार्वजनिक नोटिस जल्द जारी किया जाएगा।
जहरीले स्प्रे से मची भगदड़, बाबा के वकील का दावा
भोले बाबा के वकील एपी सिंह ने दिल्ली में मीडिआ से बात चीत के दौरान हादसे के पीछे साजिश का आरोप लगाया। उन्होंने बताया, सत्संग में मौजूद रहे लोगों ने मुझे बताया है कि 10 से 15 लोग जहरीले स्प्रे वाले केन लेकर आए थे।इसी के जरिये घटनास्थल पर अफरातफरी मचाई गई। सिंह ने कहा, मैंने कुछ पोस्टमार्टम रिपोर्ट देखी है और इसमें मौत का कारण कुचलना नहीं, बल्कि दम घुटना बताया गया है। मेरे पास सारे सबूत हैं जिसे समय आने पर सामने रखूंगा।
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