यूपीएससी के अध्यक्ष मनोज सोनी ने साल 2023 में पदभार ग्रहण करने के एक साल पहले ही इस्तीफा दे दिया। उनका कार्यकाल साल 2019 तक चलना था, लेकिन उन्होंने व्यक्तिगत कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दे दिया। बता दे, मनोज सोनी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता है।
मनोज सोनी ने 16 मई 2023 को यूपीएससी अध्यक्ष का कार्यभार संभाला था। इससे पहले वह साल 2017 में यूपीएससी के सदस्य थे और फिर उन्होंने राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा लगभग एक महीने पहले सौंप दिया था। लेकिन अभी यह स्पष्ट नहीं है कि इसे स्वीकार किया गया है या नहीं।
मनोज सोनी को साल 2005 में बड़ौदा में एस विश्वविद्यालय का सबसे युवा कुलपति नियुक्त किया गया था। यूपीएससी में शामिल होने से पहले उन्होंने गुजरात के दो विश्वविद्यालयों में कुलपति के रूप में कार्य किया था, जिसमें डॉक्टर भीमराव अंबेडकर और दूसरा विश्वविद्यालय शामिल थे।
बता दे, यूपीएससी केंद्र सरकार की विभिन्न परीक्षाओं को संचालित करता है, जिसमें सिविल सेवा परीक्षाएं प्रमुख हैं। यूपीएससी उम्मीदवार आईएएस, आईपीएस और आईआरएस बनने के लिए इस परीक्षा में शामिल होते हैं। ऐसे में एक पेपर लीक या फिर मैनेजमेंट की कोई भी गलती उम्मीदवार की जिंदगी पर गहरा असर डालती है। बस इसी वजह से यूपीएससी के अध्यक्ष ने अपने कुछ निजी कारणों का हवाला देकर राष्ट्रपति को अपना इस्तीफा दे दिया।
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