यूपी में 10 सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए सभी सियासी दलों ने अपनी रणनीति बनना शुरू कर दिया है। हर राजनीतिक दल अपनी तैयारियों को धार दे रहा है। इस बार के उपचुनाव में बसपा के आने से सियासी मैदान और दिलचस्प हो गया है। वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के उपचुनाव लड़ने की अटकलें बीते कुछ दिनों से चल रही थी।
लेकिन अब अजय राय ने एबीपी न्यूज के साथ बात करते हुए उपचुनाव लड़ने की अटकलों पर विराम लगा दिया है। उन्होंने साफ तौर पर कहा है कि वह उपचुनाव नहीं लड़ेंगे बल्कि पार्टी के लिए इस चुनाव में पूरी जिम्मेदारी के साथ लगे रहेंगे। अब उन्होंने स्पष्ट कर दिया है कि वह कांग्रेस द्वारा उत्तर प्रदेश में दी गई जिम्मेदारी को ही फिलहाल देखेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि साल 2027 में हमारा गटबंधन भाजपा को हराएगा।
क्या है कांग्रेस की मांग
दरअसल अभी तक उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन के दल कांग्रेस और सपा के बीच उपचुनाव के लिए सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। इस चुनाव में कांग्रेस के ओर से 10 में से 5 सीटों की डिमांड रखी गई है। वहीं सूत्रों की मानें तो सपा इस चुनाव में कांग्रेस को 2 से 3 सीट दे सकती है।
वहीं दूसरी ओर NDA गठबंधन में भी अभी सीटों का बंटवारा नहीं हुआ है। लेकिन RLD ने इस चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के सामने 3 सीटों की डिमांड रखी है, जबकि एक 1 मिलना तय माना जा रहा है। दूसरी ओर सुभासपा सुप्रीमो और योगी सरकार के मंत्री ओम प्रकाश राजभर ने स्पष्ट कर दिया है कि उनकी पार्टी यह चुनाव नहीं लड़ेगी और वह एनडीए के उम्मीदवारों को जिताने के लिए काम करेंगे। वहीं एनडीए के दो अन्य दल निषाद पार्टी और अपना दल एस ने अपने पत्ते अभी तक नहीं खोले हैं। जबकि सूत्रों की मानें तो दस में से कम से कम आठ सीटों पर बीजेपी का चुनाव लड़ना लगभग तय है।
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