यूपी बदायूं के नाधा में शनिवार को आयोजित एक चुनावी जनसभा में सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि जो लोग संविधान को खत्म करना चाहते हैं, उन्हें जनता अबकी सत्ता से बाहर करेगी। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने कोई वर्ग नहीं छोड़ा, इलेक्टोरल बांड के नाम पर चंदा वसूला गया। उद्योगपतियों से चंदा वसूला गया और इसी वसूली के चलते हमारे आपके सर महंगाई आई है।
उन्होंने ने दोहराया कि बीजेपी के लोग बाबा साहब भीमराव आंबेडकर के संविधान को खत्म करना चाहते हैं। बीजेपी से एक तरफ संविधान को खतरा है तो वहीं दूसरी तरफ जान को खतरा पैदा किया। जिन्होंने कोरोना से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाई है, उन्हें अब हार्ट की चिंता भी करनी पड़ेगी। ऐसे में अगर सरकार ने वैक्सीन लगवाई थी, तो जनता के लिए निशुल्क ईसीजी की भी व्यवस्था कराए। जरूरत पड़ने पर इलाज भी कराए। पता नहीं कब किसको हार्ट अटैक आ जाए !
पेपर लीक मामले को उठाया
हालाकि अखिलेश यादव ने बेरोजगारी के मुद्दे को उठाकर युवाओं के दिल को छूने का प्रयास किया। उन्होंने कहा कि जो लोग भारत माता की जय के नारे लगाते हैं, उन्हीं लोगों ने अग्निवीर योजना लाकर फौज की नौकरी को आधा-अधूरा बना दिया। इस सरकार में जितनी परीक्षाएं हुईं, सबके पेपर लीक हो गए। ये सरकार जानबूझकर पेपर लीक करा रही है। अभी तक 60 लाख युवा ऐसे हैं जो परीक्षा देने गए और पेपर लीक होने की वजह से रोजगार नहीं पा सके। उन सभी युवाओं के मां- बाप को जोड़ दें तो एक करोड़ 80 लोगों की संख्या बैठेगी।
अखिलेश यादव ने आगे कहा कि अगर यूपी के 80 लोकसभा क्षेत्रों में इनसे जुड़े पांच-पांच लोगों को जोड़कर गुणा करते हैं तो करोड़ों लोग बीजेपी के खिलाफ हो गए हैं। उन्होंने कहा कि कभी-कभी युवा अहीर रेजीमेंट की मांग करते हैं। वह कहना चाहते हैं कि अकेले सिर्फ अहीर रेजीमेंट ही नहीं बनेगा, बल्कि गुजरात की भी रेजीमेंट भी बनेगी।