लोकसभा चुनाव के प्रचार में विपक्षी दल लगातार भाजपा को संविधान के मुद्दे पर घेर रहे हैं। कांग्रेस पार्टी आरोप लगा रही है कि अगर भाजपा फिर सत्ता में आई तो संविधान को बदल देगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आजतक से बातचीत के दौरान कांग्रेस के आरोपों पर तीखा वार किया है। उन्होंने कहा कि संविधान के साथ खिलवाड़ तो गांधी परिवार ने किया है। पीएम ने आगे कहा कि संविधान बनने के बाद सबसे पहले संविधान पंडित नेहरू ने बदला नेहरू ने सबसे पहले संविधान का संशोधन किया और फ्रीडम ऑफ स्पीच को रेस्ट्रिक्ट किया। उन्होंने कहा कि फिर उनकी बेटी इंदिरा गांधी आई। उन्होंने इमरजेंसी लगा दिया, कोर्ट के फैसले को नकार दिया। उनका चुनाव रद्द हो चुका था संविधान के साथ धोखा उन्होंने किया।
उन्होंने आगे कहा कि फिर आए उनके बेटे राजीव गांधी , वे देश की मीडिया को अपने कंट्रोल में करने के लिए एक बिल लाए। लेकिन जब देश की मीडिया और विपक्ष ने इसका विरोध किया तो बच गए.लेकिन तब वो संविधान की मूल भावना के विरोध करने लगे। मोदी ने राहुल गाँधी पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि संविधान की कोख से निकली हुई सरकार होती है। सरकार की कैबिनेट हवा में नहीं होती। प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाकर राहुल गांधी ने मनमोहन सिंह की उस कैबिनेट के फैसले पर क्या किया? उन्होंने कहा कि राहुल गांधी कागज नहीं फाड़ रहे थे, वो भारत के संविधान के टुकड़े कर रहे थे। वो बाबा साहब अंबेडकर की पीठ में छुरा भोंक रहे थे। वो संविधान निर्माताओं की भावनाओं को चकनाचूर कर रहे थे। पीएम ने कहा कि उनके परिवार के हर मुखिया ने संविधान के साथ ये बदतमीजी की है। उनका संविधान शब्द बोलना भी पाप लगता है। मोदी ने आरक्षण को लेकर सवाल पर कहा कि जहां तक भाजपा का सवाल है, हम धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि संविधान ने SC, ST और OBC को आरक्षण दिया हुआ है।
पीएम मोदी ने आगे कहा कि एनडीए की बात करें तो हमारे पास 400 के करीब सीटें हमेशा रही हैं। सीट आने से संविधान बदल जाते हैं, ये तर्क गलत है. इससे पहले मोदी ने ये भी कहा कि तीन चरणों के चुनाव के बाद 400 पार का नारा हकीकत बनता दिख रहा है।