समाजवादी पार्टी के प्रमुख और वर्तमान सांसद अखिलेश यादव ने मंगलवार यानी आज लोकसभा में भाषण देते हुए भारतीय जनता पार्टी पर शायराना अंदाज में जमकर हमला बोला. अखिलेश यादव ने कहा कि लोकसभा चुनाव के समय 400 पार का नारा दिया गया, लेकिन जनता को मैं धन्यवाद देना चाहता हूं कि उन्होंने लोकतंत्र को एकतंत्र बनने से रोक दिया. उन्होंने ने आगे शायरी पढ़ते हुए कहा कि आवाम ने तोड़ दिया हुकूमत का गुरूर, दरबार तो लगा है बड़ा गममीन. वह भाजपा की चुनावी हार का जिक्र कर रहे थे. यादव अखिलेश ने अपने भाषण की शुरुआत करते हुए स्पीकर ओम बिरला को बोलने देने के लिए धन्यवाद कहा. उन्होंने कहा कि सत्ता पक्ष और विपक्ष अपनी बात रख रहे हैं.
सदन में अखिलेश का शायराना अंदाज
उन्होंने ने आगे शायरी पढ़ते हुए कहा, “आवाम ने तोड़ दिया हुकूमत का गुरूर…दरबार तो लगा है, लेकिन गमगीन हैं सब. दरबार लगा है, लेकिन बेनूर है.सदन में पहली बार ऐसा लग रहा है कि हारी हुई सरकार विराजमान है. आवाम कह रही है कि इस बार सरकार चलने वाली नहीं है. ये गिरने वाली सरकार है. पूरा इंडिया समझ गया है कि इंडिया ही प्रो इंडिया है. इस चुनाव में इंडिया की नैतिक जीत है.”
4 जून सांप्रदायिक राजनीति का अंत ; अखिलेश यादव
सपा प्रमुख ने आगे कहा कि, “ये PDA , INDIA की सकारात्मक जीत है. ये जो सामाजिक न्याय के लिए मुहिम चल रही है, उसकी जीत है. ये हम INDIA गठबंधन वालों के बहुत बड़ी जिम्मेदारी है. अगर 15 अगस्त, 1947 देश का औपनिवेशिवक राजनीति से आजादी का दिन था तो 4 जून, 2024 देश में सांप्रदायिक राजनीति के अंत का दिन है. साथ ही सामुदायिक राजनीति कि शुरुआत हुई है. इस चुनाव में सांप्रदायिक राजनीति हमेशा के लिए पराजित हो गई है.”