पंजाब और हरियाणा में किसान आंदोलन का अब गहरा असर पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी दिखने लगा है। भाकियू की मासिक पंचायत 17 फरवरी को सिसौली के किसान भवन आयोजित की जाएगी। ख़बरों के मुताबिक, पंचायत में आसपास के राज्यों के सभी किसान प्रतिनिधि शामिल होंगे और किसान आंदोलन पर भविष्य को ध्यान में रखते हुए रणनीति तैयार की जाएगी। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत का कहना है कि आंदोलनकारी किसानों पर हो रहे जुल्म पर भी किसानों के बीच पहुंचकर चर्चा की जायेगी किया।
भाकियू जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा ने बताया कि 16 फरवरी को किसान लॉकडाउन के द्वारा भारत बंद का आह्वान संयुक्त किसान मोर्चा ने किया है। किसानों से यह दरख्वास्त किया गया है कि एक दिन अपने खेत में काम न करें। शांति पूर्वक तरीके से अपने घर में रहें और गांधीवादी तरीके से सरकार के सामने विरोध प्रकट करें। सरकार को किसानों की दिक्कतों का समाधान करना चाहिए। इसके बाद 17 फरवरी को एक मासिक पंचायत किसान भवन पर बुलाई गई है। इसमें संगठन के हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड के साथ-साथ उत्तर प्रदेश के पदाधिकारी भी हिस्सा।
इसके साथ ही साथ किसानों के वर्तमान हालातों पर भी मंथन किया जाएगा। उधर, भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा कि किसानों पर हो रहे जुल्म पर विचार-विमर्श भी पंचायत में किया जाएगा।