उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती आई है। ‘मिशन रोज़गार’ के मुताबिक राज्य सरकार पुलिस के लिए तकरीबन 60,244 पुलिस कॉन्स्टेबलों की भर्ती निकली है। भर्ती बोर्ड ने इस महीने की 17 और 18 फ़रवरी को इसका एग्जाम करवाया। राज्य के सभी 75 ज़िलों में करीब 48 लाख अभ्यर्थी पेपर देने के लिए बैठे थे। बता दे, 60,000 पदों के लिए 48 लाख से अधिक अभ्यर्थी हैं। राज्य में अलग से ट्रेनें और बस चल रही हैं। लोग लटक-लटक कर कैसे भी करके ‘भावी सिपाही’ के एक्समा में बैठने के लिए आ रहे हैं और शिफ़्ट के बीच में अचानक पता चलता है कि पेपर लीक हो गया है।
सोशल मीडिया पर कई पोस्ट्स में यह दावा किया गया है कि 17 फ़रवरी को हुई परीक्षा का पेपर लीक हो गया है। हालांकि, उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड (UPPRB) ने बताया है कि उन्होंने इस मामले की पड़ताल करवाई और पेपर लीक की जो ख़बरें आई हैं वो ग़लत हैं, कोई पेपर लीक नहीं हुआ।
क्या सच में पेपर लीक हुआ है?
अलग-अलग सोशल मीडिया प्लैटफ़ॉर्म्स पर कई छात्रों-अभ्यार्थियों ने एक पन्ने की फ़ोटो पोस्ट की है। इस पन्ने में पॉइंट्स में कुछ-कुछ लिखा हुआ है। जैसे- नई दिल्ली, भारत रत्न, 26 नवंबर, तेलंगाना, आदि. संभवतः ये सवालों के जवाब हैं। छात्रों ने टेलीग्राम के साथ-साथ और भी सोशल मीडिया पर बताया कि ये पेपर दूसरी सिटिंग की परीक्षा से पहले ही उनके पास पहुंच गया था। इसी को लेकर कई वीडियो भी सामने आए, हैशटैग्स चलने लगे #UPP, #UPP_Paper_Leak। इससे छात्रों के बीच एक कन्फ़्यूज़न और निराशा के बीच की स्थिति पैदा हो गई।
इस मामले में UP पुलिस भर्ती बोर्ड ने पोस्ट कर के बताया है कि कुछ अराजक तत्व सोशल मीडिया पर पेपर लीक से संबंधित अपवाह फैला रहे हैं। इस मामले पर पुलिस जांच कर रही है। न्यूज़ एजेंसी PTI के मुताबिक, पुलिस ने लगभग 244 लोगों को अनुचित तरीक़ों का उपयोग करने या किसी ऐसी गतिविधि में शामिल होने के आरोप में उन्हें हिरासत में लिया है।
आपको बता दे, पेपर लीक के बाद या तो सेंटर कैंसिल कर दिया जाता है या पूरा पेपर। ये ध्यान में रखते हुए कि कितने लोगों तक लीक्ड पेपर पहुंचा था। इस मामले में अभी तो बोर्ड कह रहा है कि पेपर लीक की ख़बरें केवल एक अपवाह है। मगर पेपर लीक की इतनी घटनाएं हैं, हर राज्य में इतने प्रकरण हैं कि छात्रों के लिए मानना मुश्किल हो गया है।