अब तक मुलायम परिवार की तीन पीढियां सियासत की बुलंदियों को छू चुकी हैं, लेकिन अब सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और मैनपुरी से सांसद डिंपल यादव की बेटी अदिति यादव भी सियासी दाव पेंच सीख रही हैं। सोमवार को कुसमरा में आयोजित एक कार्यकर्ता सम्मेलन में वे कार्यकर्ताओं के बीच नजर आईं। मां डिंपल यादव के हर एक शब्द को वे बहुत गौर से सुनती और समझती रहीं।
आपको बताते चलें कि यादव परिवार से मुलायम सिंह यादव ने सबसे पहले राजनीति में कदम रखा था। इसके बाद छोटे भाई शिवपाल सिंह यादव और प्रो.रामगोपाल यादव भी सियासत में आए। फिर बारी आई दूसरी पीढ़ी यानी मुलायम यादव के बेटे अखिलेश यादव और भतीजे धर्मेंद्र यादव की,और इसके बाद बहू डिंपल यादव भी सियासी मैदान में उतर आईं। तीसरी पीढ़ी में मुलायम सिंह यादव के पोते तेजप्रताप यादव ने मैनपुरी से साल 2014 के लोकसभा उप चुनाव में जीत अपने नाम कर के संसद पहुंचे । इसके बाद लगभग एक दशक से यादव परिवार के किसी नए सदस्य ने राजनीत में अपना कदम नहीं रखा है। लेकिन अब यादव परिवार का एक नया सदस्य राजनीति का दाव पेंच सीख रहा है।हम बात कर रहे हैं सपा सुप्रीमो और उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव व सांसद डिंपल यादव की बेटी अदिति यादव की। 22 वर्ष की अदिति सोमवार को कुसमरा में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन में देखी गई। वे अपनी मां डिंपल यादव के साथ ही यहां आई थीं। यहां मां डिंपल यादव ने जब अपने कार्यकर्ताओं को संबोधित किया तो उसके बाद अपनी मां के एक एक शब्द को गौर से वे सुनती नजर आईं। वहीं समाजवादी कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों से बातचीत के दौरान भी अदिति बारीकी से सब कुछ सीखतीं और समझती नजर आईं। ऐसे में कहीं न कहीं ये कयास भी लगाए जा रहे हैं की अदिति यादव सियासी मैदान में हुंकार भर सकती हैं ।
आदिति यादव ने मंच को छोड़ कर समाजवादी कार्यकर्ताओं के बीच बनाई अपनी जगह बनाई। सम्मेलन में पहुंचीं अदिति यादव चाहतीं तो मंच पर अपनी मां डिंपल यादव के साथ भी बैठ सकती थीं। लेकिन मंच पर न बैठकर उन्होंने अपनी जगह नीचे कार्यकर्ताओं के बीच बनाई। कुछ महिला कार्यकर्ताओं के बीच वे साधारण तरीके से बैठीं नजर आईं। यह भी कह सकते है कि कार्यकर्ताओं के बीच बैठकर वे उनसे जुड़ने की कोशिश कर रही थी। वजह चाहे जो भी हो लेकिन लोगों के बीच अदिति यादव के सियासी मैदान में आने की चर्चाएं जोर पकड़ ली हैं।