उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को ऊर्जा विभाग की एक महत्वपूर्ण बैठक में बिजली बिल वितरण प्रणाली को सुदृढ़ करने पर जोर दिया। उन्होंने निर्देश दिए कि बिजली का बिल हर उपभोक्ता के घर तक समय पर और बिना किसी त्रुटि के पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों को समय पर बिजली बिल जमा करने के लिए जागरूक करना आवश्यक है, ताकि वे मोबाइल बिल की तरह बिजली का बिल भी नियमित रूप से जमा करें। इसके लिए विभाग को एक मजबूत मैकेनिज्म तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं।
स्मार्ट मीटर पर जोर
मुख्यमंत्री योगी ने प्रदेश में स्मार्ट मीटर लगाने की आवश्यकता पर विशेष जोर दिया और जनता को इसके लिए तैयार करने का निर्देश दिया। स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए एक महत्वपूर्ण सुविधा है जो बिजली बिलिंग में पारदर्शिता और सटीकता लाएगी।
उपभोक्ताओं के लिए सुविधाएं
सीएम योगी ने यह भी कहा कि उपभोक्ताओं को किसी भी स्थिति में परेशान नहीं किया जाना चाहिए और बिजली बिल के बकाए को जमा करने के लिए ओटीएस (One Time Settlement) स्कीम के बारे में जागरूक किया जाना चाहिए। साथ ही, मेंटेनेंस के कारण बिजली कटौती की पूर्व सूचना सोशल मीडिया के माध्यम से उपभोक्ताओं को दी जानी चाहिए।
ऑनलाइन बिलिंग प्रणाली में सुधार
अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि प्रदेश में 40 प्रतिशत उपभोक्ता ऑनलाइन बिजली बिल जमा कर रहे हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन सेवाओं को सुदृढ़ करने और उपभोक्ताओं को लोड बढ़ाने, नाम और पता बदलने जैसी सुविधाएं ऐप के माध्यम से प्रदान की जा रही हैं।
बिजली आपूर्ति में वृद्धि
मुख्यमंत्री को बताया गया कि भीषण गर्मी के बावजूद प्रदेश में 24 घंटे बिजली सप्लाई सुनिश्चित की गई है और केवल लोकल फॉल्ट को छोड़कर कहीं भी बिजली की कमी नहीं हुई है। प्रदेश में 3.45 करोड़ बिजली कनेक्शन हैं और पिछले दो वर्षों में 30 लाख नए कनेक्शन जोड़े गए हैं।
सौर ऊर्जा परियोजनाएं
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना को तेजी से लागू करने का निर्देश दिया, जिसमें यूपी में 25 लाख सोलर रूफ टॉप लगाने का लक्ष्य है। अब तक 16 लाख 97 हजार रजिस्ट्रेशन पूरे हो चुके हैं।
सीएम योगी के इन निर्देशों से प्रदेश में बिजली बिल वितरण प्रणाली में सुधार और उपभोक्ताओं के लिए सुविधाएं बढ़ाने के प्रयासों को और अधिक गति मिलेगी।