उत्तर प्रदेश के कानपुर के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र में प्रेमी से नजदीकी के चलते रोकटोक से परेशान होकर वीडीओ पिता की आरी से गला रेतकर हत्या करने के मामले में पुलिस ने नया खुलासा किया है। पुलिस के मुताबिक परिवार को बेहोश करने के लिए किशोरी ने क्लोरोफॉर्म का ऑनलाइन ऑर्डर किया था।दरअसल, तीन दिन पहले सोमवार की देर शाम इलाके के एक गांव निवासी ग्राम विकास अधिकारी (वीडीओ) की 17 वर्षीय बेटी ने खाने में नींद की गोलियां मिला दी थीं। खाना खाने के बाद वीडीओ, उनकी पत्नी और दोनों पुत्र गहरी नींद में सो गए। उसके बाद रात करीब 11:30 बजे बेटी ने आरी के ब्लेड से गला रेतकर पिता की हत्या कर दी थी।दूसरे कमरे में सो रहे अपने बड़े भाई को भी मौत के घाट उतारने का प्रयास किया, लेकिन नींद खुलने से जान बच गई। भाई की निशानदेही पर पुलिस ने नाबालिग किशोरी को गिरफ्तार कर बाल सुधार गृह बाराबंकी व उसके प्रेमी को फर्रुखाबाद बाल सुधार गृह में भेज दिया है।
दूसरी बार बनाया मजबूत प्लान
कोतवाल जितेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि किशोरी ने पहले भी सब्जी में नींद की गोलियां मिलाकर हत्या की साजिश रची थी, लेकिन परिजनों के पूरी तरह से बेहोश न होने की वजह से वह अपने मंसूबों में सफल नहीं हुई थी। दूसरी बार में उसने ऑनलाइन क्लोरोफॉर्म मंगवाकर इस वारदात को अंजाम दे दिया। कोतवाल ने बताया कि बिना चिकित्सक के पर्चे के नशीली दवाओं की बिक्री प्रतिबंधित है। किशोरी के प्रेमी को नींद की गोलियां बिक्री करने के मामले में सराय दौलत के एक मेडिकल स्टोर संचालक का नाम प्रकाश में आया है। उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई के लिए सीएमओ को लिखा जा रहा है।
आपको बता दें छिबरामऊ कोतवाली इलाके के करीमुल्लापुर गांव में वीडीओ (ग्राम विकास अधिकारी) के पद पर तैनात अजय पाल राजपूत (50) पत्नी मोनी देवी, दो बेटों व 17 वर्षीय बेटी के साथ रहते थे। परिजनों ने पुलिस को बताया कि सोमवार रात बेटी ने सभी को खाने में पूड़ी सब्जी बनाकर खिलाई। थोड़ी देर बाद सभी को उल्टियां होने लगीं। उसके बाद सभी सोने चले गए। उन्होंने खाने में नशीला पदार्थ मिलाए जाने की आशंका जताई।मृतक के बड़े बेटे सिद्धार्थ ने पुलिस को बताया कि रात करीब 11:30 बजे बहन ने अचानक उस पर भी हथौड़ी से हमला करने की कोशिश की। लेकिन उसकी आंख खुल गई तो बहन के हाथ से हथौड़ी छीन कर फेंक दी। इस बीच किशोरी ने उसके हाथ पर काट लिया। चीख-पुकार सुनकर मां मोनी देवी भी पहुंच गईं। वह दूसरे कमरे में सो रहे पति को बुलाने पहुंचीं तो वे खून से लथपथ बिस्तर पर पड़े थे। वीडीओ को तुरंत नज़दीकी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
किशोरी के प्रेमी ने पुलिस को बताया कि दोनों सिकंदरपुर कस्बे के एक इंटर कॉलेज में इंटरमीडिएट के छात्र हैं। उसका घर किशोरी के घर से लगभग आधा किलोमीटर दूर है। बताया प्रेमिका ने 10 दिन पहले फोन से यह कहकर नींद की गोलियां मंगाई थीं कि कई दिनों से उसे रात में नींद नहीं आती है।
चेहरों पर नहीं थी शिकन
हत्याकांड के बाद पुलिस हिरासत में मौजूद प्रेमी युगल के चेहरों पर किसी भी प्रकार का पछतावा नजर नहीं आ रहा था। दोनों पुलिस कर्मियों के सामने ऐसे पेश आ रहे थे जैसे उन्होंने कुछ किया नहीं है। वहीं प्रेमिका के भी चेहरे पर ऐसे हावभाव थे, जैसे उसे अपने पिता की हत्या करने का कोई पछतावा नहीं है।