लखनऊ में बीते दिन 1 मई यानी मंगलवार को रेजीडेंसी के सामने नई सीवर लाइन में सफाई करते वक़्त दौरान जहरीली गैस के कारण दो मजदूरों की मौत हो गई। मरने वाले पिता-पुत्र सीतापुर के निवासी हैं। सीवर लाइन बिछाने वाले ठेकेदार ने बिना किसी सुरक्षा उपकरणों के ही मजदूरोंं को सफाई में लगा दिया था। जल निगम प्रशासन ने ठेेकेदार के खिलाफ वजीरगंज थाने में FIR दर्ज कराई है।
मिली जानकारी मुताबिक, अभी तक इस मामले में 2 इंजीनियर निलंबित कर दिया गया है। जल निगम शहरी के प्रबंधक निदेशक राकेश मिश्रा ने सहायक अभियंता मुनिस अली और अवर अभियंता गुडलक वर्मा को निलंबित किया गया है। जल निगम ने रेजीडेंसी के सामने वाली रोड पर तकरीबन 3 साल पहले सीवर लाइन बिछाई है। मगर यह अभी चालू नहीं हुई है। बीते दिन मंगलवार को दोपहर करीब 3:00 बजे उसमें पड़ी हुई मिट्टी की सफाई का काम ठेकेदार फर्म KK स्पन कंपनी करा रही थी। आसपास के लोगों द्वारा पता चला कि सफाई के लिए 3 मजदूर आए थे।
उसमे से दो सीवर लाइन में सफाई के उतरे और एक ऊपर ही रहा। जो मजदूर नीचे उतरे वह सीवर लाइन की जहरीली गैस के कारण बेहोश हो गएतुरंत ही । यह देख ऊपर वाले मजदूर ने शोर मचाना शुरू कर दिया। जिसके बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे। उन्होंने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम को इस घटना की जानकारी दी। जिसके बाद घटनास्थल पर पुलिस, फायर विभाग, नगर निगम, जलकल विभाग के अफसर पहुंचे।
SDRF की टीम भी घटनास्थल पहुंच गई। घटना के लगभग डेढ़ घंटे तक मजदूर चैंबर मेंं ही पड़े रहे। उनको चैम्बर से बाहर निकालने के बाद एक को बलरामपुर अस्पताल और दूसरे को ट्रामा सेंटर ले जाया गया। जहां पर डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। मरने वालों की पहचान सीतापुर के कमलापुर थाने के सरवर गांव के सोबरन यादव जिनकी उम्र 55 वर्ष और उसके पुत्र सुशील यादव जिनकी उम्र 32 के रूप में हुई है।